US Stock Market Crash से भारतीय शेयर बाजार पर क्या असर पड़ेगा। क्या एक्सपर्ट की राय और निवेशकों को क्या करना चाहिए।
अमेरिका शेयर बाजार में 10 मार्च को रातों–रात भारी बिकवाली देखने को मिली, जिससे प्रमुख सूचकांक Nasdaq में 4% की और S&P में 2.70% की गिरावट आई, क्यों की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीतियों के कारण दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में बड़े व्यापार युद्ध और आर्थिक मंदी की चिंताओं ने निवेशकों को डरा दिया हैं।
अगर देखा जाए तो अमेरिका में प्रोद्योगिकी शेयरों को 2022 के बाद से सबसे बड़ा इंट्राडे घटा हुआ। सिर्फ equity में ही बिकवाली नहीं देखी गई बल्कि कॉरपोरेट बॉन्ड, अमेरिकी डॉलर और क्रिप्टोकरेंसी सहित कई अन्य परिसंपत्ति वर्गों में भी भारी बिकवाली देखी गई।
अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट का क्या है कारण?
अमेरिकी शेयर बाजार में तीव्र बिकवाली के प्रमुख कारण के रूप में, ट्रंप के टैरिफ और उनके आर्थिक नतीजों को देखा जा रहा हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने, कनाडा, मैक्सिको और चीन समेत कई देशों के खिलाफ एक टैरिफ लगाने की घोषणा की है और साथ ही भारत के खिलाफ भी
टैरिफ लगाने की घोषणा की है। जो कारोबारियों और निवेशकों के लिए अनिश्चितता को बढ़ा दी है। ट्रंप की टैरिफ नीतियों और व्यय में कटौती से इस बात की आशंका बढ़ गई है कि, अमेरिकी अर्थव्यवस्था धीमी हो सकती है और मंदी का खतरा बढ़ सकता है।
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US Stock Market Crash से भारती बाजार पर क्या असर पड़ेगा?
US Stock Market Crash की खबर आने के बाद भारतीय शेयर बाजार पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा है। मंगलवार 11 मार्च को शुरुआती करोबार के दौरान कुछ अंकों का गिरावट देखने को मिला 50 शेयरों वाला इंडेक्स Nifty50 और SENSEX उतार चढ़ा देखे को मिला लेकिन, करीब 02:26 Nifty50, 40 अंक ऊपर करोबार कर रहा था। और Sensex, 50 अंक ऊपर था। और इसमें घबराहट के कोई संकेत नहीं दिखे।
एक्सपर्ट्स का क्या कहना हैं?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, “बाजार में चल रहे सुधार का एक महत्वपूर्ण परिणाम यह है कि भारत अब अमेरिका से बेहतर प्रदर्शन कर रहा हैं।”
“ विजयकुमार का कहना ये है की, “पिछले एक महीने के दौरान, जबकि S&P में 7.5% की गिरावट आई हैं, Nifty में केवल 2.7% की गिरावट आई हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात ये हैं कि डॉलर इंडेक्स 109.3 से नीचे है, जब ट्रंप ने राष्ट्रपति पद संभाला था, अब 103.71 पर है। अगर ये प्रवृति जारी रहती है तो भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए अच्छा होगा।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
वीके विजयकुमार ने बताया कि अब आर्दश निवेश रणनीति यह है कि “बाजार में गिरावट से घबराएं नहीं था उच्च गुणवत्ता वाले शेयरों में धीरे-धीरे निवेश करते रहें, मुख्य रूप से लार्जकैप शेयरों में तथा बहुत चुनिंदा रूप से मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में निवेश करते रहें।”
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