Economic Survey : देश का पहला Economic Survey 1950-51 में पेश हुआ था, लेकिन पहले Economic Survey बजट के दिन ही पेश किया जाता था
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी, 2025 को संसद में केंद्रीय बजट पेश किया जाएगा। जिसमें सरकार इस साल की सभी योजनाओं और उन पर किए जाएंगे वाले खर्च का ब्यौरा देगी। लेकिन सरकार देश का बजट पेश करने से एक दिन पहले Economic Survey पेश करती हैं। लेकिन ये Economic Survey होता क्या है । और इसे क्यों पेश किया जाता है । और देश का पहला Economic Survey कब पेश किया गया था। जानेंगे सब कुछ।
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क्या होता है Economic Survey
अगर Economic Survey को आसान भाषा में समझे तो ये एक जो एक Financial Document होता हैं, Economic Survey में देश की पिछले वित्त वर्ष की Economic Performance का Data होता हैं। जिसमें ये बताया जाता है की पिछले साल की बजट के फैसलों से देश की Economic पर कितना असर पड़ा है। Economic Survey के भी तीन पार्ट होते हैं। जिसमें देश की अर्थव्यवस्था से जुड़ी अहम बातें शामिल होती हैं, जिस के जरिए ये पता चलता है की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ, चुनौतियों और इसे और तेज रफ्तार देने के लिए उठाए जाने वाले कदम के बारे में पता चलता हैं। दूसरे पार्ट में अलग–अलग सेक्टर और उनके Performance की जानकारी दी जाती हैं। और वहीं तीसरे पार्ट में महंगाई, रोजगार, आयात–निर्यात, बेरोजगारी जैसी दूसरी अहम जानकारियां होती हैं।
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एक दिन पहले Economic Survey क्यों
हर साल बजट के एक दिन पहले Economic Survey पेश किया जाता हैं। बता दे की देश का पहला Economic Survey 1950-51 में पेश हुआ था, लेकिन पहले Economic Survey budget के दिन ही पेश किया जाता था । साल 1964 से देश का Economic Survey बजट के एक दिन पहले पेश किया जाने लगा।
कितना महत्व (Importance) है Economic Survey का
अगर देखा जाए तो Economic Survey देश और देश के सभी नागरिकों के लिए बहुत जरूरी है। क्यों की Economic Survey में देश की आर्थिक स्थिति का पूरा हिसाब होता है, Economic Survey के जरिए पिछले साल का रोजगार, काम, उद्योगों का उत्पादन, जीडीपी, मुद्रा, आयात–निर्यात, विदेशी मुद्रा भंडार, महंगाई जैसी चीजों का पता चलता है। और साथ ही इन चुनौतियों को दूर करने का उपाएं भी बताती हैं। इसलिए देश का Economic Survey पेश करना जरूरी है। इससे देश की आर्थिक स्थिति को कहां–कहां फायदा हुआ है। और कहां नुकसान हुआ है, इसकी जानकारी हम तक पूछती हैं।
Economic Survey हैं निवेशकों के लिए अच्छा
Economic Survey से महंगाई और बेरोजगारी जैसी चुनौतियों के बारे में पता चलता है। और साथ ही हमें ये भी आइडिया मिलता हैं की हमें निवेश, बचत, और खर्च कैसे करना है। लेकिन ये निवेशकों के लिए कैसे फायदे मंद होता है। मान लीजिए की सरकार ने किसी सेक्टर पर फोकस किया है। तो यह सेक्टर निवेशकों को लुभा सकता है।
Economic Survey कौन तैयार करता हैं।
Economic डिवीजन के प्रमुख, यानी Chief Economic advisor (CEA) के नेतृत्व में तैयार किया जाता है। जिसके बाद Economic Survey पेश करने से पहले वित्त मंत्री का मंजूरी लेनी होती हैं। और Economic Survey को वित्त मंत्री ही पेश करती हैं।
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