Budget 2025:अगर आपको भी Income Tax Exemption, Rebate, और Deduction के बीच का अंतर समझ नहीं आता है, आप इसे पूरा जरूर पढ़ना , हम आपको आसन शब्दों में इनके बीच का अंतर समझाने का कोशिश करेंगे ।
Budget 2025: 1 फरवरी 2025 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा इस साल की बजट पेश किया जाएगा, इस बजट से सभी Sectors को काफी उम्मीदें हैं, और जितने भी Taxpayers हैं, वो भी काफी सारे उम्मीद लगाए बैठे हैं की इस साल की बजट में उन्हें Income Tax Exemption, Rebate, Deduction कैसा देखने को मिलेगा । लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें ये समझ नहीं आता हैं की Income Tax Exemption, Rebate और Deduction में क्या अंतर होता है, और किस में किस प्रकार का लाभ मिलता है। अगर आपको भी Income Tax Exemption, Rebate, और Deduction के बीच का अंतर समझ नहीं आता है, आप इसे पूरा जरूर पढ़ना , हम आपको आसन शब्दों में इनके बीच का अंतर समझाने का कोशिश करेंगे ।
Income Tax किसी व्यक्ति या संगठन की कमाई पर सरकार को भुक्तान किया जाने वाला कर (Tax) हैं। अपने देश भारत की बात करे तो भारत में Income Tax के कई प्रावधान (Provision) हैं। जो Taxpayers को Tax बचाने में मदद करते हैं । लेकिन इनमें तीन प्रावधान महत्वपूर्ण हैं
- छूट (Exemption)
- रिबेट (Rebate)
- कटौती (Deduction)
ये तीनो भले ही सेम दिखते हैं लेकिन है नहीं, तीनो का मतलब और तीनो कर काम अलग-अलग है।
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Budget 2025: छूट (Income Tax Exemption)
छूट इसके नाम से ही पता चल रहा हैं इससे Income Tax में छूट मिलेगा। Income Tax Exemption का अर्थ है की कुछ प्रकार की आय को पूरी तरह से Tax के दायरे से बाहर रखा गया हैं। ये उन ही आय स्रोतों (Source) पर लागू होता हैं। जिन्हें सरकार कर मुक्त घोषित करती हैं।
ये है कुछ कर मुक्त आय स्रोतों के नाम।
- कृषि आय (Agricultural Income): अगर आपको कृषि से आय होती है तो ऐसी आय पूरी तरह कर-मुक्त होती हैं।
- HRA (House Rent Allowance): अगर आप HRA प्राप्त करते है और अगर आप किसी किराए के घर में रहते हैं तो इसका लाभ आपके मिलता हैं।
- LTA ( Leave Travel Allowance): अगर कोई कर्मचारी अकेले या अपने परिवार के साथ ट्रैवल करता है, तो उसे इसमें छूट मिल सकता है।
आपको ये भी ध्यान रखना होगा की ये छूट सीधे आपके आय से जुड़ी होती हैं। और ये Taxable Income को कम कर देती हैं लेकिन ये केवल कुछ खास श्रेणियों पर ही लागू होती हैं।
रिबेट (Income Tax Rebate)
इसका अर्थ है, Tax में व्यक्तियों को दी जाने वाली राहत, ये खास तौर पर Lower-income वर्गो के लोगों के लिए हैं। ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके की अगर उनकी Income एक निश्चित सीमा के अंदर है, तो उनके ऊपर Income Tax का बोझ ना पड़े । इसमें आय का निश्चित सिमा New Tax Regime के तहत 7 लाख और Old Tax Regime के तहत 5 लाख रूपये तक की आय पर Tax छूट उपलब्ध है।
Section 87A: अगर आपकी आय 7 लाख रूपये है, और अगर आपने New Tax Regime को Select कर रखा है तो आपको इस पर 25000 रूपये का Tax Rebate मिलता है| इसका मतलब ये है की अगर आपकी आय 7 लाख रूपये हैं या उससे कम, तो 7 लाख रूपये का Tax 25000 रूपये बनता है। तो सरकार आपको Section 87A के तहत आपको 7 लाख तक की आय पर Maximum 25000 रूपये का Tax Rebate देता हैं। इससे आपका Tax जीरो हो जाता है और आपको Tax नहीं देना पड़ता हैं।
अगर आपने Old Tax Regime को Select कर रखा है। तो 5 लाख रूपये तक के आय पर सरकार आपको Maximum 12,500 रूपये तक का Tax Rebate देता हैं। जिसकी मद से आपका Tax Amount Zero हो जाता हैं और आप Tax देने से बच जाते हैं।
कटौती ( Income Tax Deduction)
कटौती का मतलब है। कोई भी Taxpayer अपने टैक्स को कम करने के लिए इसका दावा कर सकता है। ये Income Tax का ऐसा प्रावधान (Provision) है जो किसी भी व्यक्ति की Tax की राशि को कम करने का अनुमति देता हैं।
Section 80C: Section 80C के तहत PPF (Public Provident Fund), ELSS, NSC और जीवन बीमा प्रीमियर जैसी योजनाओं में निवेश करने पर 1,50,000 तक की कटौती का दावा किया जा सकता हैं।
Income Tax Deduction, Tax राशि को कम करता हैं और इसके अंदर और कई अलग-अलग Section आता है जिसके तहत Tax कटौती का लाभ लिया जा सकता हैं।
अगर देखा जाए तो Income Tax में Exemption, Rebate और Deduction तीनो ही Tax बचाने के प्रभावी साधन है। लेकिन तीनो का उपयोग और उद्देश्य अलग-अलग हैं।
Budget 2025: (Tax योजना बनाते समय हमेशा विशेषज्ञ का सलाह लें और Tax नियमों को ध्यानपूर्वक समझें)