Tariff: क्या है Trump का Tariff,  और इसका क्या असर पड़ेगा।

Tariff:तो चलिए आज हम ये समझने की कोशिश करते है की क्या है ट्रंप का टैरिफ और इससे अमेरिका, चाइना के साथ–साथ पूरी दुनिया पर कैसे पढ़ा और, भारत पर इसका क्या असर पड़ा।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप काफी चर्चा में रहते है। और वो फिर एक बार अभी चर्चा में बने हुए हैं। अपने Tariff निति को लेकर। डोनाल्ड ट्रंप के Tariff वाले बयान पर, Import और Export की दुनिया में उथल–पुथल मचा दिया हैं।

डोनाल्ड ट्रंप जो 2017, में अमेरिका के राष्ट्रपति और 2021,  तक अमेरिका के राष्ट्रपति पद को संभाला, ट्रंप ने अपने कार्यकाल में कई बड़े आर्थिक और व्यापारिक फैसले लिए।

इसमें से एक टैरिफ (Tariff) भी था। यानी आयात शुल्क बढ़ना। ट्रंप सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान अमेरिका में विदेशी वस्तुओं के आयात पर भारी शुल्क लगाया। खास कर चीन से आने वाली उत्पादों पर Tariff लगाया। “इसे ट्रेड वार” (व्यापार युद्ध) भी कहा गया, क्यों की इसका असर अमेरिका और चीन के साथ–साथ पुरी वैश्विक अर्थव्यवस्था पड़ा।

तो चलिए आज हम ये समझने की कोशिश करते है की क्या है ट्रंप का टैरिफ और इससे अमेरिका, चाइना के साथ–साथ पूरी दुनिया पर कैसे पढ़ा और, भारत पर इसका क्या असर पड़ा।

Read Also: New Tax Regime 2025: 12लाख रूपये के आय पर कोई Tax नहीं। कैसे मिलेगा लाभ

Read Also: Budget 2025: 12 लाख तक के Income पर जीरो Tax, Middle Class के लिए खुश खबरी

Read Also: Deepseek: क्या है Deepseek Ai Startup, जाने सब कुछ

Tariff क्या होता हैं?

सबसे पहले हम ये समझते है कि Tariff क्या होता है, क्यों को ये समझे के बाद आगे का लेख समझना आसान हो जाएगा। अगर आसान शब्दों में कहे तो Tariff एक तरह का कर (Tax) है, जी किसी देश में आयात (Import) होने वाले समान पर लगाया जाता हैं। जब कोई देश दूसरे किसी बाहर के देश के समान खरीदता है तो उस पर एक अतिरिक्त Tax लगाया जाता हैं। ताकि विदेशी सामान महंगा हो जाए और लोग स्थानीय सामान खरीदें।

मान लीजिए अमेरिका चीन पर 25% Tariff लगा देता हैं। उसके बाद चाइना से आयात होने वाला सामान महंगा हो जाएगा। इससे अमेरिका लोग, महंगे चीनी उत्पाद की जगह अमेरिकी उत्पाद खरीदने को प्राथमिकता देंगे।

ट्रंप के Tariff का मकसद

डोनाल्ड ट्रंप ने “America First” नीति के तहत Tariff लगाया था। Tariff लगने का उनक कई मुख्य उद्देश्य था।

  • अमेरिकी उद्योगों की रक्षा करना: ट्रंप ने विदेशी सामान को महंगा कर और अमेरिका में बने सामानों को सस्ता कर के अमेरिकी कंपनियों को पायदा पहुंचाने की कोशिश की।
  • व्यार संतुलन सुधारना: एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका का Trade Deficit बहुत ज्यादा था। यानी वो दूसरे देशों से सामान ज्यादा खरीदता था। जिसे ट्रंप कम करना चाहते थे।
  • चीन पर दबाव बनाना: ट्रंप सरकार ने चीन पर बौद्धिक संपदा चोरी, अनुचित व्यापार नीतियों और अमेरिकी नौकरियों को छीनने के आरोप लगाए। और Tariff लगा कर चीन की अर्थव्यवस्था पर असर डालने की कोशिश की।

कौन से उत्पादों और देशों पर लगाया Tariff

वैसे अगर देखा जाए तो ट्रंप सरकार ने मुख्य रूप से चीन को निशाना बनाया। लेकिन साथ ही और कई देशों पर Tariff लगाए।

  • चीन: एक रिपोर्ट के अनुसार 250 अरब डॉलर के चीनी उत्पादों पर ट्रंप सरकार ने 10% से 25% तक का Tariff लगाया। इनमें स्टील, एल्यूमीनियम, इलेक्ट्रॉनिक, मोबाइल, ऑटो पार्ट्स और टेक्नोलॉजी के प्रोडक्ट्स थे। साथ ही यूरोप, मैक्सिको और कनाडा पर Tariff लगाए इनमें देशों में स्टील और एल्यूमीनियम पर 25% तक Tariff लगाया। कई रिपोर्ट के अनुसार भारत पर भी, भारतीय स्टील और टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स पर कुछ Tariff लगाया गया।

Read Also: Old Tax Regime Vs New Tax Regime कौन है बेहतर ?

Read Also: Budget 2025: क्या अंतर है Income Tax Exemption Vs Rebate Vs Deduction

Tariff का असर

अमेरिकी ने Tariff लगाया तो इसका असर अमेरिका पर भी देखने को मिला। Tariff के कारण अमेरिकी में इलेक्ट्रॉनिक्स, और रोजमर्रा के सामान महंगे हो गए, कई ऐसी अमेरिकी कंपनियां जो प्रोडक्ट बनाने के लिए चीन से कच्चा माल लाते थे। Tariff बढ़ने से उनकी लागत भी बढ़ गई।

चीन पर प्रभाव: Tariff लगाने से चीन की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा। लेकिन चीन ने अमेरिका से आयात (Import) होने वाले उत्पादों पर Tariff लगा कर अमेरिका को जवाब दिया। साथ ही चीन ने अमेरिका से सोयाबीन और अन्य सामान खरीदना कम कर दिया, जिसका परिणाम ये हुआ की अमेरिकी उद्योगों को नुकसान पहुंचा।

  • भारत और बाकी देशों पर प्रभाव: अब अपने देश की बात करते है कि इसका क्या असर पड़ा। भारत से अमेरिका को होने वाले निर्यात (Export) असर पड़ा, एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय IT सेक्टर को ज्यादा दिक्कत नहीं हुई लेकिन भारत के टेक्सटाइल और स्टिल इंडस्ट्री पर असर पड़ा। कई देशों ने अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध का फायदा उठाकर अपने निर्यात को बढ़ाने की कोशिश की।

ट्रंप का टैरिफ सही है या गलत

ये एक बहुत ही विवादित मुद्दा हैं। क्यों की कई एक्सपर्ट का कहना है की इससे अमेरिकी उद्योगों को फायदा हुआ है। वहीं कई का मानना है इससे उपभोक्ता को नुकसान पहुंचा है।

Leave a Comment